1 PAN पर 1,000 खाते दर्ज: जानें RBI की रडार पर कैसे आया Paytm Payments Bank?
धन शोधन संबंधी चिंताओं और वॉलेट पेटीएम तथा इसकी बैंकिंग शाखा के बीच सैकड़ों करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन के कारण भारतीय रिजर्व बैंक को विजय शेखर शर्मा द्वारा संचालित इकाइयों पर शिकंजा कसना पड़ा. सूत्रों के अनुसार पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के पास लाखों गैर-केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) अनुपालन वाले खाते थे और हजारों मामलों में कई खाते खोलने के लिए एक ही पैन का उपयोग किया गया था. सूत्रों ने कहा कि ऐसे उदाहरण हैं, जहां लेनदेन का कुल मूल्य करोड़ों रुपये में है, जिससे धन शोधन की चिंताएं बढ़ रही हैं.
ऐसा पाया गया कि 1,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं ने एक ही स्थायी खाता संख्या (पैन) को अपने खातों से जोड़ा हुआ था. आरबीआई और लेखा परीक्षकों दोनों द्वारा आयोजित सत्यापन प्रक्रियाओं के दौरान ये बात सामने आई है. सूत्रों ने कहा कि आरबीआई को चिंता है कि कुछ खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा सकता है. प्रवर्तन निदेशालय को सूचित करने के साथ-साथ, आरबीआई ने अपने निष्कर्ष गृह मंत्रालय और प्रधान मंत्री कार्यालय को भी भेजा है.
राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने रॉयटर्स को बताया कि अगर अवैध गतिविधि का कोई सबूत मिला तो प्रवर्तन निदेशालय पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच करेगा.